मैं भी नाम कमाता – पाठ-4
रोज-रोज सीमा की खबरें
सुन-सुनकर मन नन्हा मेरा,
मुस-मुस कर रह जाता।
अगर ना होता छोटा,
बच्चा तो लेकर बंदूक हाथ में,
मैं भी नाम कमाता।
झटपट होकर बड़ा फौज में,
एक यही बस मन में आता,
मैं भर्ती हो जाता।
माँ कितनी खुश होती जब मैं
एक बड़ा सा पुरस्कार भी
राष्ट्रपति से पाता |
कवि परिचय
शब्दार्थ
रोज – प्रतिदिन, ದಿನಾಲು
नाम कमाना – प्रसिद्ध होना, ಪ್ರಸಿದ್ಧನಾಗು
सीमा – सरहद, ಸೀಮೆ, ಗಡಿ
झटपट – तुरंत, ಬೇಗನೇ
भर्ती – प्रवेश पाना, ಪ್ರವೇಶ ಪಡೆಯುವುದು
खबर – समाचार, ಸುದ್ದಿ, ಸಮಾಚಾರ
नन्हा – छोटा, ಚಿಕ್ಕ, ಸಣ್ಣ
मूस-मूसकर रह जाना – मन मसोस कर रह जाना, दुखी होना, ದುಃಖಿತನಾಗು, ದುಃಖವಾಗು
ವಿಡಿಯೋ ಪಾಠಗಳು
पाठ से आगे
साहसी बच्चों की वीरता, दोस्ती आदी से संबंधित कविताएँ चुनकर कक्षा में गाओ ।